छोटी सी लड़की और बच्चा हिरण | hindi moral story
यह कहानी है एक छोटी सी लड़की की, जिनका नाम नीता था, और एक प्यारा सा बच्चा हिरण के संबंध में। नीता एक सुंदर गाँव में रहती थी और वह बड़ी ही सरल और दिल की सफाई से भरी हुई थी। वह गाँव के जीवन को पसंद करती थी और खासतर पशुओं के साथ अपना समय बिताती थी।
एक दिन, नीता जंगल में एक छोटे से हिरण को देखा। वह हिरण बहुत ही खूबसूरत था और नीता को उसकी दिशा में बड़ी आकर्षण हो गया। वह देखा कि वह हिरण अकेला और डरा हुआ दिख रहा था।
नीता ने दिन बिताने के बाद वापस गाँव लौट कर, उस हिरण के बारे में बात की। उसने अपने माता-पिता से कहा, "मुझे वह हिरण बहुत प्यारा लगा है, क्या मैं उसे अपने साथ ले सकती हूँ?"
नीता के माता-पिता ने सोचा और फिर उन्होंने कहा, "बिल्कुल, नीता। तू उस हिरण को अपने साथ ले आ सकती है, लेकिन तू उसकी देखभाल करने के लिए जिम्मेदार होगी।"
नीता बहुत खुश हुई और वह वापस जंगल गई और उस हिरण को अपने साथ ले आई। वह उसके लिए एक छोटा सा घर बनाया और उसकी देखभाल करने लगी।
नीता और हिरण की दोस्ती दिन-पर-दिन बढ़ती गई। हिरण ने नीता के साथ खुशी-खुशी खेलना शुरू किया और वे साथ में बहुत मज़ा करते थे। वे एक-दूसरे के साथ समय बिताने लगे और सहयोग करने लगे।
धीरे-धीरे, हिरण बड़ा हुआ और वह नीता के साथ बहुत अच्छे दोस्त बन गया। उन्होंने अपनी साथी के साथ वन्यजीवों की सुरक्षा करने के लिए एक-दूसरे का साथ दिया।
एक दिन, जब नीता और हिरण जंगल में थे, तभी एक बड़ा शेर उनके पास आया। नीता ने हिरण को बचाने के लिए बहुत प्रयास किया, और हिरण ने भी खुद को संभाला। वे साथ मिलकर शेर को भगाने में सफल रहे और एक-दूसरे की सुरक्षा करने के लिए उनका साथ बड़ा महत्वपूर्ण साबित हुआ।
इसके बाद, गाँव के लोग नीता और हिरण की वीरता की सराहना करने लगे और उन्हें अपने गाँव के शेर के रूप में सम्मान दिलाया।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि दोस्ती और सहयोग किसी भी रूप में बहुत महत्वपूर्ण होता है, और हमें दूसरों के साथ सहयोग करने का मौका देना चाहिए। इसके साथ हमें यह भी याद दिलाती है कि प्राकृतिक दुनिया के साथी के साथ जिम्मेदारी सहेजना हमारा दायित्व होता है और हमें उनकी सुरक्षा करने का भी कर्तव्य होता है।
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